नमस्कार दोस्तों Hindi Kahani में आपका स्वागत है. आज हम Success Story in Hindi भाग से quikr.com के संस्थापक प्रणय चुलेट के सफलता की कहानी आपके साथ साझा करने जा रहे हैं.
दोस्तों आज से कुछ साल पहले आपने कभी सोचा था की पुराना सामान इंटरनेट की मदद से बेचा जा सकता है? पहले अगर हम कुछ बेचना चाहते थे या तो हमे किसी पेपर पर खबर छपवाने पड़ते थे या फिर आमने सामने सामान दिखाके बेचना पड़ता था। जिसके कारण समय और संसाधन का बहुत ज्यादा खपत होता था।
लेकिन आज हम काफी कम समय मे, बिना शुल्क मे और घर बैठे बैठे बहुत ही आसानी से पुराने सामान को quikr.com मे बेच और खरीद सकते हैं और ये सब संभब हो पा रहा है Quikr के संस्थापक प्रणय चुलेट के कारण। तो चलिए उनके इस सफलता के शानदार सफर की कहानी को जानते हैं।
Success Story in Hindi – Pranay Chulet Education and Career
प्रणय का जन्म राजस्थान के एक छोटे से कस्बे मे हुआ था। उनके पिता एक सरकारी कर्मचारी और माता एक गृहनी हैं। स्कूल की की पढ़ाई के बाद उनका चयन IIT दिल्ली मे हो गया था, जिसमे उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और बाद मे उन्होंने IIM कोलकाता से MBA भी किया था।
पढ़ाई खत्म करने के बाद उन्होंने कोई सारे कंपनी मे काम किया जिसमे Procter & Gamble, Mitchell Madison group जैसे नाम शामिल हैं। बाद मे उन्होंने 2000 मे Reference check नाम का एक खुद का वेन्चर शुरू किया जो की सेवा प्रदाताओं को ग्राहकों के साथ जोड़ने का काम करता था।
लगभग 5 साल Multinational Companies मे काम करने के बाद उन्होंने 2007 मे Excellere नाम का एक कंपनी शुरू की जो की शिक्षा आधारित बस्तुएं विकशीत करती थी, लेकिन 1 साल के अंदर बहुत सारी खामियों के कारण वो नहीं चल सका।
Quikr.com की शुरुआत-
पहले की कंपनी नहीं चलने के बाद उन्होंने हार नहीं मानी थी। फिर 2008 मे उन्होंने और एक कंपनी शुरू किया जिसका शुरुआती नाम था Kijiji India, जिसको उन्होंने बाद मे नाम बदलकर Quikr रख दिया।
दरअसल Quikr का आईडीआ उन्हे 2007 मे आया था जब वो एक गेमिंग प्रोजेक्ट पर काम कर रहे थे और टीम की जरूरतों को पूरा करने के लिए उन्होंने अमेरिका की एक अनलाइन वेबसाईट craigslist का मदद लीया था।
Quikr.com आज भारत की एक काफी लोकप्रिय साइट है जहाँ लोग मोबाईल, टीवी, गाड़ी से लेकर फर्निचर तक आसानी से बेच और खरीद रहे हैं। आज के समय Quikr देश के 1000 से ज्यादा शहरों तक पहुँच चुकी
है।
आज Quikr जैसी एक प्लेटफॉर्म देश को देकर प्रणय देश के करोडों लोगों का समय और पैसे दोनों बचा रहे हैं और साथ मे अपनी कंपनी के कारण हजारों लोगों को रोजगार प्रदान कर रहे हैं।
प्रणय अपनी काविलियत और अपनी मेहनत बदौलत आज देश की सबसे सफल उद्दमियों मे से एक हैं और साथ ही वो अपनी Success
story से लाखों युवाओं को जीवन मे कुछ बड़ा करने के लिए प्रेरित भी कर रहे हैं।
इन्हें भी जरूर पढ़ें:
- Short Moral Story in Hindi – लोमड़ी ने शेर का किया खात्मा
- Motivational Story in Hindi – कैसे एक कुली का बेटा बना करोड़पति!
दोस्तों ये थी quikr.com के संस्थापक प्रणय चुलेट की Success story in Hindi. मैं आशा करता हूँ उनकी Success Story से आपलोगों को कुछ बड़ा करने की प्रेरणा मिली होगी।