नमस्कार दोस्तों hindidna.com मे आपका स्वागत है। आज मैं आपके साथ एक डरावनी कहानी, Haunted stories in Hindi भाग से साझा करने जा रहा हूँ जिसे ओडिशा के राजेश साहू ने भेजा है।
Haunted stories in Hindi
मेरा नाम राजेश साहू है मैं ओडिशा का रहने वाला हूँ। आज मैं आपलोगों के लिए hindidna.com को मेरे गाँव की एक सच्ची भूतिया कहानी भेजने जा रहा हूँ, जिसे पढ़ कर आपलोगों को काफी हैरानी होने वाली है।
बात 2017 की मई महीने की है जब प्रचंड गर्मी पड़ी थी। उस समय सबके सर पर आईपीएल का खुमार चढ़ा रहता है। मैं भी आईपीएल देख कर सोने के लिए लगभग रात 12 बजे सोने वाला था।
लेकिन गर्मी के कारण मैं अकेला छत पर खटिया ले कर सोने चला गया। इतनी गर्मी थी की नींद भी जल्दी नहीं आ रही थी। बड़ी मुस्किल से मैं सो गया।
रात को लगभग 1.30 – 2 बजे मुझे कुछ रोने की आवाज सुनाई दिया। मुझे लगा कोई बच्चा रो रहा होगा। इसीलिए पहले तो मैंने ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब मैं पूरी तरह जाग गया, मुझे आवाज थोड़ी जोर से सुनाई देने लगी। और तभी मैंने गौर से सुना तो वो आवाज किसी बच्चे की नहीं लग रही थी। वो आवाज किसी महिला की लग रही थी।
फिर मैंने उठ कर देखने की सोची। अंधेरा होने के कारण मुझे मेरा मोबाईल मिल नहीं रहा था। कुछ देर अंधेरे मे हाथ फेरने के बाद मुझे खटिया के नीचे मोबाईल मिल गई, जो की खटिया के नीचे गिर गया था। मैं उस रोने की आवाज सुन कर काफी डर रहा था।
मेरा घर थोड़ा गाँव के बाहर तरफ है और आस पास बहुत सारे घने झाड़ियाँ है। चारों तरफ काफी अंधेरा दिखाई दे रहा था। तभी मैंने मोबाईल का फ्लश लाइट जला कर उन झाड़ियों की तरफ जब देखने की कौशीश किया तो मुझे ज्यादा कुछ दिखाई नहीं दे रहा था।
लेकिन जितना कुछ भी दिखाई दे रहा थी वो काफी डरावनी थी। मैंने देखा की एक डरावनी औरत सफेद साड़ी मे थी और पेड़ के डाली पर बैठ कर रोने की आवाज कर रही थी।
मेरे धड़कन काफी जोर से धडक रहे थे। फिर मुझे ऐसा लगा की वो मेरे तरफ घूर रही है। उस समय डर के कारण मेरा हालत काफी खराब हो चुका था।
फिर मैं तेजी से नीचे अपने रूम की तरफ भागा। और अपने रूम मे जा कर दरवाजा और सारे खिड़की बंद कर दिया। फिर भी मुझे बहुत ज्यादा डर लगा था। दूसरे रूम जा के अपने मम्मी-पापा को भी बुलाने का साहस मुझमे नहीं था।
पूरी रात मुझे नींद नहीं आई और ऊपर से इतनी गर्मी। पूरी रात जागने के बाद सुबह सुबह मैंने कब सो गया पता भी नहीं चल।
फिर लगभग 7.30 बजे दरवाजा खटखटाने की आवाज सुनाई दिया। जब मेरी नींद खुली तो रूम मे अंधेरा था क्योंकी रात को मैंने सारे खिड़की और दरवाजे बंद कर दिए थे।
जब मैंने दरवाजा खोल तो मेरी मम्मी थी। वो पूछी क्यों इतनी लेट तक सो रहे हो? मैंने सारे घरवालों को बीती रात की घटना के बारे मे बताया। फिर मेरे पिताजी ने बताया की वहाँ पर कुछ आवाज उन्होंने भी बहुत बार सुने हैं और एक दो बार उन्होंने भी उस डरावनी औरत को देखें हैं।
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आज उस बात को 2 साल से ज्यादा हो चुके हैं। लेकिन अभी तक उस रात को मैं नहीं भूल पाया हूँ और उस दिन से मैं छत पर भी नहीं सोता हूँ। ये थी मेरी कहानी। आशा करता हूँ की आपको पढ़ कर मज़ा और डर लगा होगा।
धन्यबाद राजेश साहू जी इस डरावनी कहानी को हमारे साथ शेयर करने के लिए। ये था Haunted stories in Hindi मे से डरावनी कहानी। अगर आपको भी अपनी कहानी हमे भेजनी है तो हमे admin@hindidna.com पर मेल करें।