Real Horror Story in Hindi – एक डरावनी रात की कहानी

हर तमगे हर जगह एक कहानी मौजूद है। परन्तु कुछ कहानी सुना दी जाती है तो कुछ छुपा दी जाती है। यही छुपी हुई कहानी हम Real Horror Story in Hindi की श्रेणी में आपको बताने जा रहे हैं।

Real Horror Story in Hindi

जिससे पढ़कर आपको खौफ का असल मंजर महसूस होगा। इसे पढ़कर आपको मालूम होगा कि जीवन में की गई हर गलती का हिसाब होता है। हालांकि यह हिसाब के चूकते होने में कई बार बेहद समय लग जाता है। परन्तु जब वक्त आता है तो उसे बचने के लिए कोई राह नहीं बचती।

इस Real Horror Story in Hindi श्रेणी में कहानी है इरफान की। इरफान जो आर्थिक रूप से काफी असहाय था, जिसके कारण उसने 20 साल पूर्व ऑटो रिक्शा चालक बनने का फैसला किया। वह अपने कार्य से पूर्ण रूप से अवगत था परन्तु एक हादसे ने उसकी जिंदगी ही खत्म करके रख दी। आखिर क्या थी यह कहानी?

Real Horror Story in Hindi: एक सच्ची डरावनी कहानी

तारीख 18 जून, 2019, इरफान का जन्मदिन

इरफान पूरे दिन की मेहनत करके अपने घर की ओर निकलता है। वह अपने परिवार की पूरी जिम्मेदारी अच्छे से निभाते हैं। ऑटो रिक्शा पूरे दिन चलाने के बाद वह थक जाता है लेकिन वह इसके बावजूद बेहद खुश होता है। आज उसकी कमाई अच्छी जो हुई होती है।

वह सोचता है कि घर पहुंचते हुए वह रास्ते से कुछ खाने के लिए ले चलेगा ताकि उसके दोनों बच्चे और पूरा परिवार को खुशी मिले। इरफान अपने परिवार से बेहद प्रेम करता है। वह हर दिन अपने समय से ज्यादा वक्त ऑटो रिक्शा चलाता था ताकि किसी भी दिन उसके परिवार वालों को किसी के सामने हाथ फैलाने पड़े।

आज इरफान को बहुत फ़ोन आ रहे थे। यह सब फोन उसके घर से ही आ रहे थे। इरफान के बच्चे उसे फोन करके जल्दी आने को कहते क्योंकि वह अपने पापा के साथ उनका जन्मदिन मनाना चाहते थे।

इरफान के बच्चे इरफान को लगातार दो घंटे से फोन कर रहे थे। इरफान उन्हें हर फोन पर मना कर देता था क्योंकि वो चाहता था कि थोड़ा सा धन और कमा लें ताकि शांति से वह अपना जन्मदिन मना सके। 

रात के 11 बज रहे थे। इस वक्त गांव के लोग नींद की अवस्था मे होते हैं। इरफान को अब कोई सवारी नहीं मिल रही थी। इरफान ने सोचा कि अब उसे शायद कोई अन्य ग्राहक नहीं मिलेगा। अब उसकी जेब में भी पूरे दिन के तकरीबन 1200-1300 कमाई हो चुकी थी।

अब वह अपने घर की ओर निकल रहा था। उसने अपने होठों के दोनों कोनो को खींचा हुआ था। वह बेहद खुश था। वह रास्ते में ढाबे से कुछ खाना भी लेकर जाने का सोच रहा था। 

रात के वक्त होने के कारण वह अपनी तेज रफ्तार में ऑटो दौड़ा रहा था। यह रास्ता उसके घर की तरफ शॉर्टकट था। वह ऑटो को हवा से बात करवा रहा था तभी अचानक से एक तेज रोशनी उसके आंख के सामने पड़ी और वो खुद को बचाने के लिए ऑटो के हैंडल को दूसरी ओर किया, अंधेरा होने के कारण उसे यह मालूम न चला कि उसका रास्ता अब बदल चुका है।

वह जिस रास्ते पर अब था यह रास्ते की एक खास बात थी। वह यह थी कि इस रास्ते से इरफान का गहरा संबंध रहा है। बीस साल पहले वह इसी रास्ते से गुजरा था। इरफान को उस रास्ते मे घुसते ही अजीब सी ध्वनि सुनाई देती है। उसे अपना वही सफर फिर से याद आने लग जाता है वह इसी दिन 20 साल पहले आया था। रास्ता बेहद सुनसान था।

वह आगे जल्दी बढ़ रहा था तभी अचानक से उसके ऑटो रिक्शा के सामने एक लड़की आ गई। लड़की की शक्ल देख इरफान बेहद घबरा गया। इरफान की आंखे बंद हो गई उसने आंखों को रगड़ा और फिर से आगे की ओर देखा परन्तु इस बार वह लड़की नहीं थी, उसी वक्त इरफान के कंधे पर उसी लड़की का हाथ आता है।

वह सर्द हवा में भी पसीने से भीग जाता है। वह लड़की उसे बोलती है:- ” भैया आगे की तरफ चलेंगे?” इरफान डरते हुए जवाब में ‘न’ कह देता है। वह कहता है कि :- ” मुझे अपने घर की ओर जाना है।” वह लड़की फिर कहती है:- “मैं आपको आपके घर तक पहुंचा दूंगी।”

इरफान डरते हुए उसे बैठा लेता है वह अपना फोन निकालकर अपने घर फ़ोन करने को कोशिश करता है परन्तु उसके फ़ोन में नेटवर्क नहीं आ रहा होता। लड़की उसी कहती है “यहाँ फोन नहीं चलता।”

इरफान इस वक्त हद से ज्यादा घबरा जाता है जब उसे मालूम पड़ता है कि जो लड़की उसकी ऑटो में बैठी होती है, उसकी तस्वीर उसके आगे बने शीशे पर नहीं दिख रही होती। इरफान उस लड़की को देखने के लिए पीछे मुड़कर देखता है तो उसका ऑटो से ध्यान भटक जाता है और उसका ऑटो एक विशाल वृक्ष से टकरा जाता है। इसमें इरफान की मौत हो जाती है।

इरफान का घर

इरफान के घर का माहौल अब बेहद चिंतित रहता है। पूरी रात इरफान की कोई खबर नहीं मिली होती है। फ़ोन भी नहीं लग रहा होता। इरफान के बच्चे और इरफान की पत्नी बेहद चिंतित रहती हैं।

तभी उनका एक पड़ोसी उसके पास आता है और इरफान की पत्नी को अखबार दिखाते हुए कहता है कि “क्या कल इरफान संघड़ इलाके से आ रहा था?” इरफान की पत्नी कहती है कि “उसे नहीं मालूम लेकिन यह इरफान नहीं हो सकते, वो गाड़ी कभी लापरवाही से नहीं चलाते।” वह इतने भरोसे से इसीलिए कह पा रही थी क्योंकि अखबार में मरने वाले की फ़ोटो नही थी।

इरफान के घर के सामने अचानक से पुलिस की गाड़ी पहुंचती है। सभी घबरा जाते हैं पुलिस के हाथ में एक तस्वीर होती है। यह तस्वीर इरफान की लाश की होती है। पुलिस इरफान की पत्नी से जब पूछता है तो उसकी पत्नी कहती है “जी साहब!, यह मेरे पति हैं” इरफान की पत्नी इरफान को मृत शरीर देखकर खुद को रोक नहीं पाती। उसके आंसू बहने लगते हैं। बच्चे भी बेहद ज्यादा रो रहे होते हैं। 

पुलिस:- “देखिए हम आपका दर्द समझते हैं, हम आपकी यहां सहायता करने ही आए हैं। हम आपसे कुछ सवाल पूछना चाहते हैं जिससे इस केस में थोड़ी मदद मिलेगी।”

इरफान की पत्नी मदद करने के लिए हामी भर देती है। 

पुलिस:- ” इरफान ऑटो रिक्शा कब से चला रहा था?”

इरफान की पत्नी:- जी आज तकरीबन बीस साल हो गए। आज ही अपने जन्मदिन के दिन इन्होंने ऑटो चलाना चालू किया था।”

पुलिस:- अच्छा! यह ऑटो उसके खुद का है?

इरफान की पत्नी:- जी! शादी के कुछ महीने बाद इन्होंने ऑटो को अपने नाम पर करवा लिया था इससे पहले यह ऑटो इनके चच्चा जान का था। वे ऑटो यूनियन के पूर्व प्रधान रह चुके हैं।

पुलिस इरफान की पत्नी से पूछताछ करने के बाद मोहम्मद के पास पहुंचती है। मोहम्मद पूर्व ऑटो यूनियन का प्रधान रहा और इरफान का चाचा है। पहले तो वो पुलिस के हर सवाल का जवाब देने से मना करता रहा लेकिन जब पुलिस वाले उसे सच बताने के लिए मारने लगे तो उसने बताया।

इरफान के अम्मी बचपन में ही गुजर गई थी। इरफान के अब्बू यानी मेरे भाई जान शराबी थे उन्हें शराब के अलावा खाने का कोई होश नहीं था। इरफान के लिए उसके माता पिता सब कुछ थे। एक दिन ज्यादा शराब के कारण भाई जान की मौत हो गई।

इरफान अकेला हो गया। गरीबी के कारण ज्यादा पढ़ा लिखा नहीं था। वह मेरे साथ ही रहने लगा। पहले तो हमने उसे पढ़ने के लिए कहा लेकिन उसका मन अब पढ़ाई में नही था वो कहता कि उसे पैसे कमाने हैं ताकि वह अपनी आगे की जिंदगी अच्छे से बिता सके। 

इरफान के जन्मदिन के दिन ही हमने उसके लिए ऑटो लिया और उसे भेंट करदी। ऑटो पाकर वह बेहद खुश था। ऑटो चालक के रूप में उसका वह पहला दिन था मैं भी उसके साथ ही गया था। यह सुनकर पुलिस वाला हैरान हो जाता है पुलिस बीच में रोकता है और पूछता है कि “तुमने तो कहा था कि इरफान उस वक्त अकेला था।” 

झूठ कहा था मैंने, इरफान का जन्मदिन था तो उसके लिए संघड़ से एक शराब की बोतल और साथ मे कुछ चखने में भुजिया ली। यह रास्ता हर वक्त सुनसान ही रहता है। उस वक्त रात के 10:15 हो रहे थे। हमारे ऑटो को एल लड़की ने रोका। वह बेहद खूबसूरत थी दिखने में।

छोटे कपड़े पहने हुए थे। अपने घर जाना चाहती थी। लेकिन मैंने और इरफान ने काफी शराब पी हुई थी। इरफान नशे में बेकाबू हो गया और उसने उस लड़की का रेप करने लगा। वह चीख भी रही थी लेकिन उसकी सुनने वाला उस जगह पर कोई नहीं था। 

यह सुनते ही पुलिस वाला आगे के केस को समझ गया उसने उस लड़की के केस को फिर से खोला और मोहम्मद को फांसी की सजा मिली। इरफान को सजा तो खुद वह लड़की ही दे चुकी थी।

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उम्मीद है आपको यह Real Horror Story in Hindi श्रेणी की यह डरावनी कहानी सोचने पर मजबूर करेगी। आप यह भी समझ पाए होंगे की हर व्यक्ति को जीवन में न्याय जरूर मिलता है हालांकि कई बार न्याय मिलने में काफी समय व्यतीत हो जाता है, परन्तु जब यह न्याय मिलता है तो पूरी दुनिया मात्र देखती रह जाती है।

आपको Real Horror Story in Hindi श्रेणी से ये डरावनी कहानी कैसी लगी हमें कमेंट करके जरूर बतायें और अगर आपके पास भी कोई कहानी है जो आप हमारे साथ साझा करना चाहते हैं तो हमें ईमेल जरूर करें.

धन्यवाद।

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